जिलाधिकारी कार्यालय
जिला प्रशासन का मुख्य कार्य राजस्व प्रशासन, कानून व्यवस्था की समीक्षा, विकास कार्यों की समीक्षा एवं अन्य सरकारी कार्यालयों का नियंत्रण करना है । जिलाधिकारी जिले का मुखिया होता है । जनपद में प्रशासनिक कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए जिलाधिकारी की मदद हेतु कई वरिष्ठ अधिकारी होते हैं । जिनमें कानून व्यवस्था हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, विकास कार्यों हेतु मुख्य विकास अधिकारी, राजस्व प्रशासन हेतु अपर जिलाधिकारी, उपजिलाधिकारी तथा वन विभाग में प्रभागीय वनाधिकारी इत्यादि होते हैं ।
जिलाधिकारी के अन्य प्रमुख कार्यों में शस्त्र लाइसेंस जारी एवं रद्द करना, विभिन्न भूमि के अभिलेखों का लेखा जोखा रखना, स्टाम्प एवं रजिस्ट्रेशन कार्य, भूमि सम्बंधी अदालती कार्यों का निबटारा करना इत्यादि हैं । जिले के प्रमुख होने के कारण आम आदमी अपनी शिकायतें सर्वप्रथम जिलाधिकारी के पास ही रखता है, जोकि आम तौर पर जिले के ही कार्यालयों से सम्बंधित होती है । जिलाधिकारी कार्यालय में एक अनुभाग इन शिकायतों के अनुश्रवण एवं निस्तारण का कार्य करता है ।
जिलाधीश' और 'कलेक्टर' के रूप में जिले में राज्य सरकार का सर्वोच्च अधिकार संपन्न प्रतिनिधि या प्रथम लोक-सेवक होता है। जो मुख्य जिला विकास अधिकारी के रूप में सारे प्रमुख सरकारी विभागों- पंचायत एवं ग्रामीण विकास, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद, अल्पसंख्यक कल्याण, कृषि, भू-संरक्षण, शिक्षा, महिला अधिकारता, ऊर्जा, उद्योग, श्रम कल्याण, खनन, खेलकूद, पशुपालन, सहकारिता, परिवहन एवं यातायात, समाज कल्याण, सिंचाई, सार्वजनिक निर्माण विभाग, स्थानीय प्रशासन आदि के सारे कार्यक्रमों और नीतियों का प्रभावी क्रियान्वयन करवाने के लिए अपने जिले के लिए अकेले उत्तरदायी होता है।
वह जिला मजिस्ट्रेट के रूप में पुलिस अधीक्षक के साथ प्रमुखतः जिले की संपूर्ण कानून-व्यवस्था का प्रभारी होता है और सभी तरह के चुनावों का मुख्य प्रबंधक भी। साथ ही वह जनगणना-आयोजक, प्राकृतिक-आपदा प्रबंधक, भू-राजस्व-वसूलीकर्ता, भूअभिलेख-संधारक, नागरिक खाद्य व रसद आपूर्ति-व्यस्थापक, ई-गतिविधि नियंत्रक, जनसमस्या-निवारणकरता भी है।
कलेक्टर के कर्तव्य और दायित्व निम्नलिखित है:
भूमि मूल्यांकन भूमि अधिग्रहण भूमि राजस्व का संग्रहण, भूमि रिकार्डों का रख-रखाव, भूमि सुधार व जोतों का एकीकरण बकाया आयकर, उत्पाद शुल्क, सिंचाई बकाया को वसूलना कृषि ऋण का वितरण बाढ़, सूखा और महामारी जैसी प्राकृतिक आपदाओं के समय आपदा प्रबंधन बाह्य आक्रमण और दंगों के समय संकट प्रबंधन जिला बैंकर समन्वय समिति का अध्यक्षता जिला योजना केंद्र की अध्यक्षता
जिला मजिस्ट्रेट के कर्तव्य और दायित्व निम्नलिखित हैं-
कानून व्यवस्था की स्थापना पुलिस और जेलों का निरीक्षण करना अधीनस्थ कार्यकारी मजिस्ट्रेटों का निरीक्षण करना अपराध प्रक्रिया संहिता के निवारक खंड से सम्बंधित मुकदमों की सुनवाई करना मृत्यु दंड के कार्यान्वयन को प्रमाणित करना सरकार को वार्षिक अपराध प्रतिवेदन प्रस्तुत करना सभी मसलों से मंडल आयुक्त को अवगत कराना मंडल आयुक्त की अनुपस्थिति में जिला विकास प्राधिकरण के पदेन अध्यक्ष के रूप में कार्य करना मुख्य प्रोटोकोल अधिकारी के कर्तव्य और दायित्व निम्नलिखित होते है-
जनगणना के कार्य को संपन्न कराना रोजमर्रा की जरुरत की वस्तुओं की आपूर्ति और वितरण पर निगरानी रखना स्थानीय जनता की समस्याओं को सुनना और उनके निवारण हेतु आवश्यक कदम उठाना जिले के युवा सरकारी अधिकारियों की गतिविधियों का निरीक्षण करना और उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था करना मुख्य विकास अधिकारी के कर्त्तव्य और दायित्व निम्नलिखित होते हैं-
जिले के सभी विकास कार्यक्रमों व योजनाओं को लागू करना लोकतांत्रिक विकेंद्रीकरण की नीति को प्रभाव में लाना जिले में राज्य के मध्यस्थ अधिकारी की भूमिका निभाना निर्वाचन अधिकारी के कर्त्तव्य और दायित्व निम्नलिखित होते हैं-
जिले में सभी तरह के निर्वाचन कार्यों को सम्पन्न कराना जिले में होने वाले चुनावों का नियंत्रण।